July 7, 2025

इसरो की लम्बी छलांग, 2027 में मानव अंतरिक्ष यान भेजने की तैयारी

इसरो की लम्बी छलांग, 2027 में...

कोलकाता, 23 मई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख वी. नारायणन ने जानकारी दी है कि इसरो ने 2027 की पहली तिमाही में अपनी पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान का आयोजन करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष लगभग हर महीने एक प्रक्षेपण की योजना बनाई गई है, जो इसरो की सक्रियता और विकास की दिशा को दर्शाता है।

इसरो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्पैडेक्स मिशन के तहत, दो छोटे अंतरिक्ष यान को पीएसएलवी द्वारा प्रक्षिप्त किया जाएगा, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष में डॉकिंग की प्रक्रिया का प्रदर्शन करना है। यह मिशन न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को भी एक नई ऊंचाई पर ले जाने का कार्य करेगा।

2025 को गगनयान वर्ष क्यों घोषित किया गया है?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 2025 को भारत के लिए गगनयान वर्ष घोषित किया है। इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने कहा कि अब तक 7200 अंतरिक्ष मिशन पूरे हो चुके हैं और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से 3000 और परीक्षण अभी लंबित हैं।

गगनयान वर्ष क्या है?

कोलकाता में एक कार्यक्रम में बोलते हुए वी नारायणन ने कहा, ‘यह साल हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण साल है और हमने इसे गगनयान वर्ष घोषित किया है। इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने से पहले हमने तीन मानवरहित मिशन की योजना बनाई है और पहला मानवरहित मिशन इसी साल की योजना है।’

इसरो प्रमुख ने कहा, ‘6 जनवरी को हमने आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान द्वारा एकत्र किए गए एक वर्ष के वैज्ञानिक डेटा जारी किए। आप सभी जानते हैं कि आदित्य एल1 अपने आप में एक अनूठा उपग्रह है और भारत उन चार देशों में से एक है, जिसने सूर्य का अध्ययन करने के लिए उपग्रह लॉन्च किया है।’

स्पैडेक्स मिशन क्या है?

भी। नारायणन ने स्पेसएक्स मिशन के पूरा होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इस मिशन को पूरा करने के लिए दस किलोग्राम ईंधन की व्यवस्था की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि 2025 के लिए कई मिशनों की योजना बनाई गई है, जिनमें नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह भी शामिल है, जिसे भारत के अपने प्रक्षेपण यान द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा।

इसरो की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्पैडेक्स मिशन अंतरिक्ष में डॉकिंग का प्रदर्शन करने के लिए पीएसएलवी द्वारा प्रक्षेपित दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग करता है। नारायणन ने कहा कि इसरो दिसंबर 2025 तक ‘व्योममित्र’ नामक रोबोट के साथ पहला मानवरहित मिशन लॉन्च करेगा, जिसके बाद दो और मानवरहित मिशन लॉन्च किए जाएंगे।

इस दिन इसरो अंतरिक्ष में मानव भेजेगा

इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने कहा कि इसरो ने 2027 की पहली तिमाही तक पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस साल लगभग हर महीने एक प्रक्षेपण निर्धारित किया गया है। भारत चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 मिशन पर कर रहा है काम, इसरो ने जापान से मिलाया हाथ; चन्द्रमा का एक नमूना पृथ्वी पर लाया जाएगा।

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