श्रीनगर, 25 अप्रैल : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए जघन्य और अमानवीय हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। अब्दुल्ला ने प्रस्ताव पढ़ते हुए अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से पहलगाम हमले के मद्देनजर कश्मीरियों को किसी भी तरह के शोषण से बचाने की अपील की।
निहत्थे निर्दोष नागरिकों की हत्या कश्मीर को बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा, हम, जम्मू और कश्मीर के लोग, सामूहिक एकजुटता की भावना से, 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए क्रूर हमले से दुखी होकर, इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं। हम इस जघन्य और अमानवीय हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं, जिसमें निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया और उनकी हत्या कर दी गई।
अब्दुल्ला ने कहा, समाज में शांतिप्रिय नागरिकों के खिलाफ के ऐसे कायरतापूर्ण कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है। यह कश्मीरियत के मूल्यों और भारत की अवधारणा पर सीधा हमला है, जो लंबे समय से क्षेत्र में एकता, शांति और सद्भाव का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी दल इन अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने के सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता में अडिग हैं।
उन्होंने कहा, ऐसा करके हम पुन: पुष्टि करते हैं कि आतंकवाद का कोई भी कृत्य हमारे संकल्प को कमजोर नहीं कर सकता या हमारी अजेय भावना को नष्ट नहीं कर सकता। हम केन्द्र सरकार द्वारा कल घोषित कदमों का भी समर्थन करते हैं। बैठक में इस हमले से पीडि़त परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की गई।
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