नई दिल्ली, 20 अप्रैल : विदेशी निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में जोरदार वापसी की है। कुछ हफ्तों तक किनारे रहने के बाद तीन दिन में लगभग 15,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। लगातार नौ दिनों तक बिकवाली करने के बाद यह बदलाव बाजार के लिए एक बड़ा सहारा बन गया है। इस की वजह से सेंसेक्स में सिर्फ तीन दिन में लगभग 3,400 अंकों की तेजी आई है। यह हाल के दिनों में सबसे तेज उछाल है।
पहले के मुकाबले माहौल ठीक है
हालांकि इस की खरीदारी के बावजूद FIIs अब भी अप्रैल में शुद्ध विक्रेता बने हुए हैं। महीने के लिए कुल आउटफ्लो अब भी 18,000 करोड़ रुपये से ऊपर है। लेकिन भारतीय इक्विटी में विदेशी निवेश कई साल के निचले स्तर पर आ गया था। इसलिए अगर बाजार का माहौल ठीक रहता है, तो यह कमी एक और खरीदारी की लहर पैदा कर सकती है।
अमेरिका चीन की विकास दर में कमी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार के अनुसार ने कहा कि FIIs की गतिविधि में यह बदलाव दो मुख्य कारणों से हुआ है। पहला, डॉलर इंडेक्स गिरकर लगभग 100 के स्तर पर आ गया है। डॉलर के और कमजोर होने की उम्मीद निवेशकों को अमेरिका से दूर भारत जैसे उभरते बाजारों की ओर धकेल रही है। दूसरा, अमेरिका और चीन दोनों की विकास दर इस साल कम रहने की संभावना है। वहीं, भारत की जीडीपी विकास दर वित्त वर्ष 2026 में 6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। यह बेहतर प्रदर्शन भारत को वैश्विक पूंजी के लिए एक आकर्षक जगह बना सकता है।
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