July 8, 2025

मजदूरों को समर्पित ‘मजदूर दिवस’ की यह अहम बातें आपको पता होनी चाहिए

मजदूरों को समर्पित ‘मजदूर दिवस...

नई दिल्ली, 1 मई : मजदूर दिवस, जिसे अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस या मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है, हर साल 1 मई को विश्वभर में मनाया जाता है। यह दिन श्रमिकों और मजदूर वर्ग के लोगों के प्रति सम्मान प्रकट करने, उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके योगदान को याद करने के लिए समर्पित है। भारत में इसे ‘कामगार दिवस’, ‘श्रमिक दिवस’ और ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है। मजदूर दिवस हमें यह सिखाता है कि समाज के विकास में श्रमिकों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है और उनके योगदान को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

इस अवसर पर, हम आपके लिए मजदूर दिवस पर 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं। इस जानकारी के माध्यम से आप मजदूर दिवस के महत्व और इसके पीछे के उद्देश्यों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। यह दिन न केवल श्रमिकों के संघर्ष और उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि हमें यह भी याद दिलाता है कि एक समृद्ध समाज के लिए श्रमिकों का योगदान अत्यंत आवश्यक है।

1. मजदूर दिवस हर साल 1 मई को मनाया जाता है। इसे अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस या मई दिवस (May Day) भी कहा जाता है।

2. इसका आरंभ अमेरिका के शिकागो शहर में 1886 में हुए हेमार्केट आंदोलन से हुआ था। 1 मई 1886 को अमेरिका में मजदूरों ने 8 घंटे कार्यदिवस की मांग को लेकर हड़ताल की थी।

3. 4 मई 1886 को एक रैली के दौरान बम विस्फोट हुआ जिससे कई लोगों की मौत हुई। इसे हेमार्केट घटना कहा जाता है। इस घटना के बाद कई श्रमिक नेताओं को फांसी दी गई, जो मजदूर वर्ग के शहीद माने जाते हैं।

4. 1889 में द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ने 1 मई को मजदूर दिवस घोषित किया।

5. भारत में 1 मई 1923 को पहला मज़दूर दिवस चेन्नई में मनाया गया था, जिसका आयोजन लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान ने किया था।

6. भारत में इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ या ‘कामगार दिवस’ जैसे नामों से भी जाना जाता है।

7. कई देशों में यह एक राष्ट्रीय अवकाश होता है। अमेरिका और कनाडा में लेबर डे सितंबर महीने के पहले सोमवार को मनाया जाता है।

8. मजदूर दिवस श्रमिकों के अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाना है।

9. न्यूनतम मजदूरी, बाल श्रम निषेध, और कार्यस्थल की सुरक्षा जैसी उपलब्धियां मजदूर दिवस आंदोलन का परिणाम हैं।