July 7, 2025

छह साल में जहरीली शराब से 158 मौतें, लोगों ने गंवाई आंखों की रोशनी

छह साल में जहरीली शराब से...

चंडीगढ, 14 मई : मजीठा में जहरीली शराब पीने से हुई 21 मौतों ने माफिया और ड्रग्स के खिलाफ आप सरकार की लड़ाई को कमजोर कर दिया है। प्रदेश में सरकारें बदल गईं, लेकिन नकली शराब का कारोबार बंद नहीं हुआ। पिछले कुछ महीनों में माझा में जहरीली शराब पीने से मौत की यह दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 2020 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र में करीब 120 लोगों ने जहरीली शराब पी थी।

‘आप’ के कार्यकाल में दूसरी बड़ी घटना

अगर नकली या जहरीली शराब पीने से जान जाने की बात करें तो ‘आप’ सरकार के कार्यकाल में यह दूसरी घटना है। 2024 में मुख्यमंत्री के गृह जिले संगरूर में शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई, जिसे आप नेतृत्व पार्टी की राजधानी बताता है। अब मजीठा की घटना ने नशे के खिलाफ सरकार के अभियान पर ब्रेक लगा दिया है और राजनीतिक दलों को एक मुद्दा मिल गया है। हालांकि सरकार ने कहा है कि वह इस मामले में केस दर्ज करेगी और मुख्य आरोपी समेत कई लोगों को हिरासत में लेगी, लेकिन राजनीतिक विरोधियों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है।

पिछले छह सालों में जहरीली शराब पीने से करीब 158 लोगों की मौत हो चुकी है। तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान माझा के तरनतारन, अमृतसर, बटाला और गुरदासपुर इलाकों में शराब पीने से करीब 120 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी। इसी प्रकार खन्ना और राजपुरा में भी अनाधिकृत शराब फैक्ट्रियां स्थापित होने की खबरें सार्वजनिक हुई थीं।

कांग्रेसी नेताओं का भी है आर्शीवाद?

दिलचस्प बात यह है कि दोनों फैक्ट्रियों के संचालकों का कांग्रेस नेताओं को आशीर्वाद प्राप्त होने की बात कही जा रही है। तत्कालीन पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखकर शराब फैक्ट्री चलाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन उस समय सरकार ने फैक्ट्री बंद करने के अलावा कोई बड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं की। उस समय विपक्षी दल के तौर पर आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को खूब उठाया था।

अब पिछले साल आप सरकार के कार्यकाल के दौरान संगरूर जिले में 21 लोगों की मौत हो गई। अब मजीठा में फिर वही घटना घटी है। कुछ वर्ष पहले श्री चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र के गांव मकौना कलां में भी जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की मौत हो गई थी। ये वे घटनाएं हैं जो रिपोर्ट की जाती हैं, कुछ घटनाएं ऐसी भी होती हैं जो सार्वजनिक नहीं की जातीं।

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