November 20, 2025

ट्रंप को अमेरिका में ही मात देकर भारतीय मूल के ममदानी बने न्यूयार्क के मेयर

ट्रंप को अमेरिका में ही मात देकर...

न्यूयार्क, 5 नवम्बर : अमेरिका में 2025 के चुनाव भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण एशियाई-अमेरिकी समुदाय के लिए ऐतिहासिक साबित हुए हैं। तीन प्रमुख भारतीय-अमेरिकी नेताओं, ज़ोहरान ममदानी, आफताब पुरेवाल और ग़ज़ाला हाशमी ने बड़ी जीत हासिल की, अमेरिकी राजनीति में विविधता और प्रतिनिधित्व का एक नया अध्याय शुरू किया। डेमोक्रेटिक नेता ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी मेयर का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है।

वह अमेरिका के सबसे बड़े शहर के पहले दक्षिण एशियाई और मुस्लिम मेयर बने। युगांडा में जन्मे ममदानी प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर और विद्वान महमूद ममदानी के पुत्र हैं। उन्होंने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (एक स्वतंत्र उम्मीदवार) और रिपब्लिकन कर्टिस सालिवा को हराया, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन प्राप्त था। ममदानी को 50.6% (9,48,202) वोट मिले।

भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट आफताब पुरेवाल ने रिपब्लिकन कोरी बोमन को हराकर सिनसिनाटी के मेयर के रूप में दूसरी बार जीत हासिल की है। 2021 में पहली बार चुने गए पुरेवाल ने शहर में आर्थिक अवसरों और सार्वजनिक सेवाओं के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया। उनका पुनर्निर्वाचन उनकी लोकप्रियता और उनके नेतृत्व में जनता के विश्वास की पुष्टि करता है। 

ग़ज़ाला हाशमी पहली मुस्लिम उपराज्यपाल बनीं

भारतीय मूल की ग़ज़ाला हाशमी ने वर्जीनिया की लेफ्टिनेंट गवर्नर बनकर इतिहास रच दिया है। वह राज्य की पहली मुस्लिम और दक्षिण एशियाई अमेरिकी लेफ्टिनेंट गवर्नर हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य, हाशमी को 54.2 प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर काम किया है।

भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का क्षण

इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट फंड के निदेशक चिंतन पटेल ने इन जीतों को “समुदाय, राष्ट्र और लोकतंत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण” बताया। इन जीतों से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय मूल के नेताओं ने अब अमेरिकी राजनीति की मुख्यधारा में अपनी जगह बना ली है।

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