July 8, 2025

चंद्रयान-5 मिशन को केंद्र से हरी झंडी, खुलेंगे चांद के राज

चंद्रयान-5 मिशन को...

चेन्नई, 17 मार्च : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने रविवार को जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने चंद्रमा के अध्ययन के लिए महत्वाकांक्षी ‘चंद्रयान-5’ मिशन को हाल ही में अपनी मंजूरी दे दी है।

बेंगलुरू में इसरो के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में नारायणन ने बताया कि इस मिशन के तहत चंद्रमा की सतह का गहन अध्ययन करने के लिए 250 किलोग्राम का एक रोवर भेजा जाएगा।

चंद्रमा के खुलेंगे ओर राज

उल्लेखनीय है कि इससे पहले चंद्रयान-3 मिशन में केवल 25 किलोग्राम का रोवर ‘प्रज्ञान’ भेजा गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह का विस्तृत अध्ययन करना था। इस बार चांद के ओर राज खुलेंगे।

इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक प्रक्षिप्त किया, जिसमें लैंडर विक्रम ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की। यह उपलब्धि भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई।

नारायणन ने इस अवसर पर कहा, ‘हमें तीन दिन पहले ही ‘चंद्रयान-5 मिशन’ के लिए मंजूरी मिली है, जो हमारे लिए एक नई चुनौती और अवसर दोनों है।’

‘चंद्रयान-5’ मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना है, जिससे हमें चंद्रमा के भूगर्भीय संरचना और उसके संसाधनों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इसरो के अध्यक्ष ने इस मिशन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगा और भविष्य में अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए नए द्वार खोलेगा। इस प्रकार, ‘चंद्रयान-5’ मिशन भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

यह भी देखें :https://bharatdes.com/big-change-in-the-weather-of-punjab/