न्यूयार्क, 20 अप्रैल : प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल को अमेरिका में बड़ा कानूनी झटका लगा है। अदालत ने माना है कि गूगल ने जानबूझकर ऑनलाइन विज्ञापन बाजार में एकाधिकार स्थापित करने का प्रयास किया। निर्णय में कहा गया है कि गूगल ने विज्ञापन प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्रकाशकों और विज्ञापनदाताओं को जोडऩे के साधनों पर अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है। न्यायाधीश लियोनी ब्रिंकमा ने कहा कि गूगल ने प्रतिस्पर्धा को खत्म करने और ओपन-वेब डिस्प्ले विज्ञापन में एकाधिकार बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
विज्ञापन कारोबार बेचने को मजबूर किया जा रहा
सरकार चाहती है कि गूगल को अपना कुछ विज्ञापन कारोबार बेचने के लिए मजबूर किया जाए। गूगल इस निर्णय के विरुद्ध अपील करेगा। इससे पहले भी गूगल एक केस हार चुका है जिसमें उस पर आरोप लगाया गया था कि उसने आईफोन पर डिफॉल्ट सर्च इंजन बनने के लिए एप्पल को अरबों डॉलर का भुगतान किया ताकि किसी अन्य सर्च इंजन को मौका न मिले। मेटा फेसबुक की मूल कंपनी के खिलाफ भी इसी तरह का मामला लंबित है। मेटा पर इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे संभावित प्रतिद्वंद्वियों को खरीदकर प्रतिस्पर्धा को खत्म करने का आरोप है।
एप्पल और अमेजऩ पर मामले
एप्पल और अमेजऩ के खिलाफ भी एकाधिकार से संबंधित मामले लंबित हैं। एप्पल पर आरोप है कि वह आईफोन प्रणाली पर पूरा नियंत्रण रखता है और दूसरों को आगे बढऩे नहीं देता। इसके साथ ही अमेजऩ पर अपने प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं के साथ दुव्र्यवहार करने का भी आरोप है। इन सभी मामलों से पता चलता है कि प्रतिस्पर्धा बनाए रखने और उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प देने के लिए अब अमेरिका में बड़ी टेक कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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