चंडीगढ़, 19 अप्रैल : हाल ही में हुई बारिश के बावजूद, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के सभी चार जलाशयों – गोबिंद सागर, पोंग बांध, कोल बांध और थीन बांध – में जल स्तर पिछले वर्ष की तुलना में कम है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के 17 अप्रैल तक के आंकड़ों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में गोबिंद सागर, पोंग डैम और कोल डैम में वर्तमान जल स्तर सामान्य भंडारण क्षमता से 41.46 प्रतिशत कम है। जबकि पंजाब के थीन बांध में जलस्तर सामान्य से 47.28 प्रतिशत कम है। गोविंद सागर झील की वर्तमान भंडारण क्षमता 1.222 बीसीएम है, जबकि इसकी कुल भंडारण क्षमता 6.229 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है। फिलहाल यह कुल जलाशय क्षमता का 19.62 प्रतिशत है, जबकि पिछले साल इसी समय यह आंकड़ा 25.36 प्रतिशत था। इसके साथ ही इस अवधि में जलाशय की सामान्य संग्रहण क्षमता 28.98 प्रतिशत है, जो पिछले 10 वर्षों का औसत है।
ब्यास नदी पर स्थित पोंग बांध का जलाशय स्तर 0.736 बीसीएम है, जबकि इसकी कुल क्षमता 6.157 बीसीएम है। यह वर्तमान भंडार कुल क्षमता का मात्र 11.95 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष इसी समय यह स्तर 31.52 प्रतिशत था। यहां तक कि पौंग बांध का सामान्य भंडारण स्तर भी 26 प्रतिशत है। वर्तमान क्षमता रावी नदी पर स्थित थीन बांध की कुल भंडारण क्षमता 2.344 बीसीएम का 0.545 प्रतिशत है। इसका मतलब यह है कि मौजूदा जलस्तर 23.25 प्रतिशत है, जबकि पिछले साल जलस्तर 42.15 प्रतिशत था। यहां सामान्य आरक्षित स्तर 44.10 प्रतिशत है। गोविंद सागर, पौंग बांध, कोल बांध और थीन बांध में पानी न केवल पिछले वर्ष की तुलना में कम स्तर पर है, बल्कि सामान्य भंडारण क्षमता भी कम स्तर पर है।
कम बारिश के कारण पानी जमा नहीं हो सका
जलाशयों में भंडारण स्तर में गिरावट का एक कारण वर्षा की कमी है। सीडब्ल्यूसी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में 1 मार्च से 17 अप्रैल तक 97 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 36 फीसदी कम है। इस दौरान पंजाब में 11 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 67 प्रतिशत कम है। यदि अच्छी बारिश नहीं हुई तो क्षेत्र में पानी की कमी हो सकती है।
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