July 8, 2025

वक्फ बिल पर बहस के दौरान कोर्ट ने क्यों कहा ‘हम पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष है’

वक्फ बिल पर बहस के दौरान...

नई दिल्ली, 17 अप्रैल : मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ वक्फ अधिनियम 2025 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने कहा कि जब हम अदालत में बैठते हैं तो अपना धर्म भूल जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष हैं।’ न्यायाधीशों की पीठ वक्फ अधिनियम 2025 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के पहले दिन काफी देर तक बहस चलती रही। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ वक्फ अधिनियम 2025 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने कहा कि जब हम अदालत में बैठते हैं तो अपना धर्म भूल जाते हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को शामिल करने के समर्थन में केंद्र द्वारा दिए गए उदाहरण और इस तर्क पर कड़ी टिप्पणी की कि हिंदू न्यायाधीशों की पीठ को वक्फ से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई नहीं करनी चाहिए।

इन मुद्दों पर उठे सवाल

मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ वक्फ संशोधन अधिनियम, 2025 के प्रावधानों पर सवाल उठा रही थी, जो केंद्रीय वक्फ परिषद और राज्य वक्फ बोर्डों में गैर-मुस्लिम सदस्यों को नामित करने की अनुमति देता है।

माफ करें, हम धर्मनिरपेक्ष हैं

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि अगर लीगल बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की मौजूदगी पर आपत्ति स्वीकार कर ली जाती है तो मौजूदा बेंच भी इस मामले की सुनवाई नहीं कर पाएगी। यदि हम इस तर्क से चलें तो माननीय सदस्य इस मामले की सुनवाई नहीं कर सकते। इस पर सीजेआई ने कहा- मुझे माफ कर दीजिए मेहता। हम सिर्फ न्यायिक निर्णयों की बात नहीं कर रहे हैं। जब हम यहां बैठते हैं तो अपना धर्म भूल जाते हैं।

यह भी देखें : https://bharatdes.com/meditation-is-extremely-important-for-humans/