बीजिंग : चीन ने अंटार्कटिका में एक नया टेलीस्कोप स्थापित किया है जहां उसके पांच अनुसंधान केंद्र हैं। इससे इस बर्फीले और संसाधन-समृद्ध दक्षिणी महाद्वीप में चीन की उपस्थिति मजबूत हुई है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सोमवार को बताया कि 3.2 मीटर एपर्चर वाले रेडियो/मिलीमीटर-वेव टेलीस्कोप ‘थ्री गॉर्जेस अंटार्कटिक आई’ का अंटार्कटिका के एक वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र में उद्घाटन किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चाइना थ्री गॉर्जेस यूनिवर्सिटी (सीटीजीयू) और शंघाई नॉर्मल यूनिवर्सिटी (एसएचएनयू) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित इस दूरबीन ने अंटार्कटिक खगोल विज्ञान में चीन की प्रगति को और मजबूत किया है। आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, पिछले साल चीन ने अंटार्कटिका में अपना पांचवां अनुसंधान स्टेशन संचालित करना शुरू किया, जो 5,244 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें गर्मियों के दौरान 80 अभियान सदस्यों और सर्दियों में 30 सदस्यों को सहायता प्रदान करने की सुविधा है।
वर्तमान में अंटार्कटिका में 70 स्थायी अनुसंधान केंद्र हैं, जो पृथ्वी के प्रत्येक महाद्वीप के 29 देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अंटार्कटिका में भारत के दो सक्रिय अनुसंधान केंद्र हैं – ‘मैत्री’ और ‘भारती’। इस क्षेत्र में अमेरिका में छह और ऑस्ट्रेलिया में तीन स्टेशन हैं।
यह भी देखें : https://bharatdes.com/talks-between-america-and-iran-was-any-solution-found/
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