July 8, 2025

दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर किरेन रिजिजू के बयान से चीन चिढ़ा चीन

दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर किरेन...

बीजिंग, 5 जुलाई : केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया पर अपना बयान दिया था। अब चीन ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। चीन ने कहा है कि भारत को तिब्बत से जुड़े मुद्दों पर बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि इसका असर द्विपक्षीय संबंधों पर न पड़े।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत को 14वें दलाई लामा के चीन विरोधी और अलगाववादी व्यवहार से अवगत होना चाहिए और शिजांग (तिब्बत) से जुड़े मुद्दों पर अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को अपने शब्दों और कार्यों में सावधानी बरतनी चाहिए।

दलाईलामा का चुनाव अपनी इच्छा से चाहता है चीन

आपको बता दें कि चीन तिब्बत को शिजांग कहता है। 14वें दलाई लामा ने अपने उत्तराधिकारी के चयन का अधिकार गादेन फोडरंग ट्रस्ट को दिया है, जिसकी स्थापना 2015 में उनके कार्यालय ने की थी। दूसरी ओर, चीन इस मामले में अपनी बात रखना चाहता है और उसका कहना है कि उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया चीनी सरकार की नीतियों के तहत पूरी होनी चाहिए।

ब्यान पर भारत की पहली प्रतिक्रिया

किरेन रिजिजू का बयान इस मुद्दे पर भारत की पहली प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा था कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर फैसला तिब्बती बौद्धों के नेता, स्थापित निकाय द्वारा लिया जाएगा, किसी और द्वारा नहीं।

दो केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और राजीव रंजन सिंह 6 जुलाई को धर्मशाला में दलाई लामा के 90वें जन्मदिन समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लेकिन मंत्री ने कहा है कि जन्मदिन समारोह एक धार्मिक उत्सव है और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।

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