July 19, 2025

पंजाब के शेर ने शूटिंग विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम किया रोशन 

पंजाब के शेर ने शूटिंग विश्व कप में...

मानसा, 10 अप्रैल : – पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले विजयवीर सिद्धू ने बुधवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल कर भारत को चौथा स्वर्ण पदक दिलाया। विजयवीर ने कम स्कोर वाले लेकिन रोमांचक फाइनल में 29 अंक बनाए। उन्होंने इतालवी दिग्गज रिकार्डो माज़ेटी को हराया। पांच रैपिड फायर की आठ सीरीज के बाद माजेटी एक अंक से चूक गए। चीन के 19 वर्षीय निशानेबाज यांग यूहाओ ने कांस्य पदक जीता। विजयवीर ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, “मैंने गुरप्रीत सर, अनीश और अन्य के साथ पहले भी कई फाइनल खेले हैं। इसमें नेशनल, ट्रायल आदि शामिल हैं और मैंने सभी में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए आज मैंने खुद से कहा कि मुझे वहीं करना है जो मैं करता हूं।”

इसका मतलब यह है कि मुझे यह महसूस होना चाहिए कि मैं यहां वैसा ही प्रदर्शन कर सकता हूं जैसा मैंने दिल्ली में किया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे ऐसा महसूस होता है। उन्होंने कहा, “मेरा ध्यान उन चीजों को नियंत्रित करने पर था जो मेरी पहुंच में थीं और यह कारगर रहा।” माजेटी ने मजबूत शुरुआत की और तेज हवाओं के बीच पहले 20 में से 14 शॉट सही लगाए, जबकि विजयवीर पहले एलिमिनेशन चरण में सेमिनिखिन के जल्दी बाहर होने के कारण एक अंक पीछे रह गए। पहली सीरीज भारतीय खिलाड़ी के लिए कठिन थी।

भारत के पास अब चार स्वर्ण सहित छह पदक

उसने उनमें से केवल एक पर ही सही निशाना लगाया। इसके बाद उन्होंने सेंटर के पास तीन शॉट मारे और पांचवीं सीरीज में एकदम सही शॉट लगाकर बढ़त बना ली। विजयवीर ने छठे सेट में इतालवी खिलाड़ी से बराबरी कर ली। इसके साथ ही दोनों खिलाड़ियों के पदक फाइनल हो गए। इस बीच, कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में यी यांग ने चिरयुकिन को शूटआउट में हरा दिया। विजयवीर और मजेटी ने सातवें चरण में भी बराबर निशाने लगाये। आठवीं और अंतिम सीरीज में मजेटी ने तीन सही शॉट लगाए, जबकि विजयवीर ने चार शॉट लगाकर आईएसएसएफ विश्व कप में अपना पहला पदक हासिल किया। इससे पहले मंगलवार को सुरुचि इंदर सिंह ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। भारत के पास अब चार स्वर्ण सहित छह पदक हैं।

विजयवीर सिद्धू पंजाब के मनसा के निवासी हैं। उन्होंने यह स्वर्ण पदक जीतकर पंजाब और अपने देश का नाम रोशन किया है।