July 7, 2025

‘ट्रम्प वॉर’ अब फार्मा सेक्टर पर भी टैक्स लगाने की तैयारी में अमेरिका

‘ट्रम्प वॉर’ अब फार्मा सेक्टर पर...

नई दिल्ली, 5 अप्रैल : ट्रम्प की टैरिफ वार रुकने का नाम नहीं ले रही है, अब ट्रम्प ने कहा कि जल्द ही फार्मा और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों पर भी शुल्क लगाया जाएगा। इस पर फार्मा निर्यातकों का कहना है कि अगर शुल्क लगा भी दिया गया तो भी अमेरिका को भारत के फार्मा निर्यात में फिलहाल कोई कमी नहीं आएगी। इसका मुख्य प्रभाव यह होगा कि अमेरिका में लोग पहले की तुलना में अधिक महंगी दवाइयां खरीदेंगे।

भारत मुख्य रूप से अमेरिका को जेनेरिक दवाइयां निर्यात करता है । हालांकि, ट्रंप की घोषणा के बाद शुक्रवार को सभी प्रमुख फार्मा कंपनियों के शेयरों में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आई। इनमें अरबिंदो, आईपीसीए लैब्स, ल्यूपिन जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।

भारत ने दवाओं पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया

वर्तमान में, अमेरिका भारत से निर्यात की जाने वाली दवाओं पर कोई शुल्क नहीं लगाता है, जबकि भारत अमेरिका से आयात की जाने वाली दवाओं पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाता है। निर्यातकों का कहना है कि ऐसी स्थिति में अमेरिका में भारतीय दवाओं पर शुल्क लगाना उचित है। भारत का फार्मा निर्यात सालाना लगभग 30 बिलियन डॉलर का है, तथा इसमें से 10 बिलियन डॉलर का निर्यात अमेरिका को किया जाता है।

भारत को कोई फर्क नहीं पड़ता

उत्पादन शुरू करने और पूरी आपूर्ति श्रृंखला बनाने में पांच साल लगेंगे। अमेरिका कभी जेनेरिक दवाओं का निर्माता था, लेकिन अब वे कंपनियां बंद हो चुकी हैं। दूसरा, यूरोप में अमेरिका की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए जेनेरिक दवाओं का उत्पादन करने की क्षमता भी नहीं है। इसलिए, भारत के निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

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