वाशिंगटन, 20 अप्रैल : पिछले शुक्रवार, 11 अप्रैल को ट्रम्प प्रशासन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय को एक पत्र भेजा। इसमें प्रवेश और पाठ्यक्रम पर प्रतिबंध के अलावा विश्वविद्यालय के कोष को रोकने का भी उल्लेख है। ट्रम्प प्रशासन ने यह निर्णय विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान लिया था। लेकिन एक सप्ताह बाद ही ट्रम्प प्रशासन ने स्वीकार किया कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय को गलती से एक अनधिकृत पत्र भेज दिया गया था।
ट्रम्प प्रशासन के एक अधिकारी ने हार्वर्ड से संपर्क किया और बताया कि यह पत्र, जो व्हाइट हाउस टास्क फोर्स की ओर से था, नहीं भेजा जाना चाहिए था। दो अन्य अधिकारियों ने कहा कि यह अनधिकृत था। तीन अन्य लोगों ने बताया कि यह पत्र हार्वर्ड विश्वविद्यालय को स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल सीन कीवेनी द्वारा भेजा गया था। वह यहूदी विरोधी कार्य बल के सदस्य भी हैं।
हार्वर्ड पर बातचीत न करने का आरोप
व्हाइट हाउस की वरिष्ठ नीति रणनीतिकार मे मेलमैन ने कहा – व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रशासन पत्र पर कायम है। उन्होंने हार्वर्ड पर बातचीत न करने का आरोप लगाया। ‘हार्वर्ड के वकीलों ने बुरा व्यवहार किया।’ ‘उन्होंने फोन नहीं उठाया और यहूदी विरोधी टास्क फोर्स के सदस्यों से बात नहीं की।’ अब हार्वर्ड खुद को पीडि़त के रूप में चित्रित करने के लिए अभियान चला रहा है।
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