July 8, 2025

मार्क कार्नी का भारत के लिए बड़ा संदेश, रिश्तों में सुधार की उम्मीद

मार्क कार्नी का भारत के लिए...

टोरंटो, 29 अप्रैल : लिबरल पार्टी ने कनाडा में जीत हासिल करके इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी सत्ता में बनी रहेगी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यों का उचित जवाब देगी। लेकिन क्या मार्क कार्नी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत-कनाडा संबंध पटरी पर आ जाएंगे? आशा है कि भारत-कनाडा संबंध बेहतर होंगे। दरअसल, कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान भारत के साथ कनाडा के संबंध काफी खराब हो गए थे।

ट्रूडो आए दिन भारत पर गंभीर आरोप लगाते रहते थे। भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मार्क कार्नी प्रधानमंत्री बने और अब आम चुनाव के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि वह सत्ता में बने रहेंगे।

भारत-कनाडा संबंध सुधरेंगे

कार्नी ने कनाडा में चुनाव जीत लिया है और वे नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी का हालिया बयान काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने हाल ही में संकेत दिया था कि यदि वह सत्ता में वापस आते हैं तो नई दिल्ली के साथ अपने संबंधों को पुनः स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ कनाडा के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हैं। कनाडा के लोगों के भारत के साथ मजबूत आर्थिक, रणनीतिक और व्यक्तिगत संबंध हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारत के साथ उन मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करूंगा जिनके कारण हमारे संबंधों में दरार आई है।

दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर सकारात्मक प्रभाव

उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने अनुभवों से कह सकता हूं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था हिल गई है। उसका स्वरूप बदल रहा है। ऐसी स्थिति में कनाडा भारत के साथ मिलकर आगे बढ़ सकता है। भारत और कनाडा मिलकर कई अवसर पैदा कर सकते हैं, जो निश्चित रूप से हमें व्यापार युद्ध से बाहर निकलने में मदद करेंगे।

दोनों देश उच्चायुक्त नियुक्त कर सकते हैं।

यहां हम आपको बता दें कि कार्नी भारत के साथ संबंधों में सुधार को लेकर काफी सकारात्मक हैं। उन्होंने किंग सिटी, ग्रेटर टोरंटो और कैलगरी, ओंटारियो सहित कई साक्षात्कारों और चुनावी रैलियों में भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने की बात कही है। ऐसी खबरें हैं कि दोनों देश कनाडा में नई सरकार के गठन के तुरंत बाद उच्चायुक्तों की नियुक्ति पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि कार्नी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध बेहतर हो सकते हैं।

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